विश्व बाघ दिवस आज, जानिए बाघों के बारे में कुछ रोचक तथ्य

विश्व में बाघों की लगभग 70 फीसदी आबादी भारत में रहती है। देश में 2967 बाघ हैं, जबकि पूरी दुनिया में केवल 3900 बाघ ही बचे हैं। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ‘विश्व बाघ दिवस’ की पूर्व संध्या पर मंगलवार को बाघ गणना रिपोर्ट, 2018 जारी की।

इस मौके पर जावड़ेकर ने कहा, भारत को अपनी बाघ संपदा पर गर्व है। हम बाघों के संरक्षण को लेकर 12 टाइगर रेंज देशों के साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारे पास कई समृद्ध संसाधन (सॉफ्ट पावर) हैं, जिनमें से एक हमारे देश के जानवर हैं। देश में 30 हजार हाथी, तीन हजार एक सींग वाले गेंडे और 500 से ज्यादा शेर हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, 1973 में जहां देश में सिर्फ नौ टाइगर रिजर्व थे, जिनकी संख्या अब 50 हो गई है। सबसे अहम यह है कि इनमें से कोई भी खराब क्वालिटी का नहीं है। या तो यह अच्छे हैं या सर्वश्रेष्ठ हैं। वैश्विक स्तर पर महज 2.5 फीसदी भूमि, चार फीसदी वर्षा और विश्व की 16 फीसदी आबादी होने के बावजूद भारत दुनिया की आठ फीसदी जैव विविधता का घर है, जिसमें बाघों की 70 फीसदी आबादी भी शामिल है। हम 12 टाइगर रेंज देशों का नेतृत्व करने को तैयार हैं।

विश्व में भारत के अलावा बांग्लादेश, भूटान, कंबोडिया, चीन, इंडोनेशिया, लाओ पीडीआर, मलयेशिया, म्यांमार, नेपाल, रूस, थाईलैंड और वियतनाम में बाघ पाए जाते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले साल बाघ अनुमान रिपोर्ट जारी की थी, जिसके मुताबिक भारत में 2006 की तुलना में 2018 में बाघों की संख्या दोगुनी हो गई थी।

मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा बाघ
बाघ गणना रिपोर्ट के मुताबिक, देश में सबसे ज्यादा बाघ मध्य प्रदेश में हैं। देश के आठ राज्यों में बाघों की संख्या 100 से ज्यादा है। रिपोर्ट में देश की 50 टाइगर रिजर्व की स्थिति को भी बताया गया है। इसके मुताबिक, उत्तराखंड की जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में सबसे ज्यादा 231 बाघ हैं, जबकि मिजोरम की डांपा, पश्चिम बंगाल की बुक्सा और झारखंड पलामू टाइगर रिजर्व में एक भी बाघ नहीं है।
राज्य बाघ
मध्यप्रदेश 526
कर्नाटक  524
उत्तराखंड 442
महाराष्ट्र 319
तमिलनाडु 264
असम  190
केरल 190
उत्तर प्रदेश 173

3.5 करोड़ तस्वीरें ली गईं, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड
केंद्रीय पर्यावरण राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो ने बताया, बाघों की गणना के लिए 50 टाइगर रिजर्व और जंगलों में चप्पे चप्पे पर 30 हजार कैमरों का जाल बिछाकर करीब 3.5 करोड़ से ज्यादा तस्वीरें ली गईं। इस दौरान 3,81,400 वर्ग किलोमीटर इलाके को कवर किया गया। इन तस्वीरों में 76,661 बाघों की, जबकि 51,777 तेंदुओं की तस्वीरें थीं। सुप्रियो ने कहा, बाघ संरक्षण में भारत की यह पहल इतनी आकर्षक है कि इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने भी जगह दी है।

भारत में ऐसे बढ़ी आबादी
साल  बाघ
2006     1411
2010      1706
2014      2226
2018     2967

 

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