पखांजुर- कांकेर जिले के अंतर्गत पखांजुर में एक ऐसा परिवार है जो शासन प्रशासन से न्याय की मांग कर रहा है जिनको देखकर हर एक इंसान उस परिवार से हमदर्दी रखता है। पर सालो से दफ्तरों के चक्कर काटने को है मजबूर, मामला है कोयलीबेड़ा विकाशखण्ड के मटोली pv31 नम्बर गांव का जहाँ एक परिवार के ऐसे 4 लोग है जिसमे से 3 लोग परिवार में अपाहिज़ है लगभग 50 वर्षों से जिस जमीन में ये परिवार जीवनजापन कर रहे है। परिवार का मुखिया केदारनाथ कुमार अपाहिज़ है जो एक निजी स्कूल में वाचमेन की नौकरी करते है जिससे वो परिवार का भरणपोषण कर रहे है, उनकी पत्नी और एक बेटी भी अपाहिज है जो बोल सुन नही सकती, फ़िलहाल मिट्टी से बने घर की दीवार भी बारिश में टूट गई जिसपर अब जवान बेटी की सुरक्षा को लेकर केदारनाथ की चिंता बढ़ गई। अपाहिज़ और बेसहारा का फायदा उठाकर पड़ोस में रहने वाले किसी व्यक्ति द्वारा जमीन पर कब्ज़ा कर लिया गया है,और दीवार भी खड़ी कर दी गई है, जिसकी शिकायत केदारनाथ कुमार द्वारा की गई जिसपर फ़िलहाल स्टे लगा हुआ है, वही अब एक ओर केदारनाथ का परिवार अपनी परिवार को लेकर शासन प्रशासन के कार्यलय के चक्कर काटने में भी असमर्थ है। वही दूसरी ओर न्याय पाने की उम्मीद शासन प्रशासन से भी कर रहे है, पर फ़िलहाल शासन प्रशासन से केदारनाथ को कोई भी सहयोग प्राप्त नही हुआ।
केदारनाथ कुमार (परिवार का मुखिया)-मेरा परिवार 50 साल से इस जमीन पर रह रहा है पर घर पर सभी को कमज़ोर देखकर हमारा जमीन पर कब्ज़ा कर लिया गया है, शासन प्रशासन से न्याय की मांग करते है।
निदिया कुमार (केदारनाथ की बडी बेटी)- हमारे घर पर सभी को कमजोर पा कर हमारा जमीन कब्जा कर लिया गया, फ़िलहाल जिस घर पर है उसमें दीवाल नही है, हम जवान दो बहनें घर पर रहते है माँ और बहन बोल सुन नही सकती पापा अपाहिज़ है, हमे बहुत डर लगता है, कभी भी कोई दुर्घटना हमारे साथ हो सकती है, हमे सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत है हमे न्याय चाहिए।
रिपोर्ट मिथुन मंडल