मंत्रियों के काम से सीएम भूपेश को कोई शिकायत नहीं

सरकार का अगला तीन साल अब शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और पर्यटन पर फोकस रहेगा, बिना हथियार रखे नक्सलियों से कोई बातचीत नहीं

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने सभी मंत्रियों की पीठ थपथपाते हुए कहा है कि कोरोना संक्रमण के बावजूद छत्तीसगढ़ के मंत्रियों और उनके विभागों ने आउटस्टैडिंग काम किया है। छत्तीसगढ़ में कई ऐसे काम हुए हैं, जिसने पूरे देश का ध्यान खींचा है। उन्होंने कहा कि सरकार का अगला तीन साल अब शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और पर्यटन पर केंद्रित रहेगा।
मुख्यमंत्री आज अपने निवास पर राजधानी के संपादकों से चर्चा कर रहे थे। उनसे पूछा गया कि दो साल में मंत्रियों के कामकाज से वे कितना संतुष्ट हैं और मंत्रिमंडल के पुनर्गठन की कोई संभावना है। सीएम ने कहा कि दो साल में से लगभग एक बरस तो कोरोना में निकल गया। उसके बावजूद विभागों ने काफी बढ़ियां काम किया है। कई ऐसी योजनाएं हैं, जो छत्तीसगढ़ में पहले चालू हुई, फिर दीगर राज्यों ने उसका अनुसरण किया। मनरेगा, मध्यान्ह भोजन, पढ़ाई, तूहर द्वार जैसे कई कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ अन्य राज्यों से आगे रहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना में पुलिस ने भी प्रशंसनीय काम किया। एक-दो छोटी घटनाओं को छोड़ दें तो पुलिस ने संवेदनशीलता के साथ काम किया। उन्होंने कहा कि वन विभाग ने लघु वनोपज के संग्रहण और उसकी मार्केटिंग में बढ़ियां काम किया बल्कि पूरे देश में नम्बर वन आया। सीएम बोले….उनके सारे मंत्रियों ने बढ़ियां काम किया है।

इस सवाल पर कि सरकार का अगला रोड मैप क्या होगा, मुख्यमंत्री ने नक्सलवाद से बात शुरू की। उन्होंने कहा, पहले छत्तीसगढ़ को नक्सलगढ़ के रूप में जाना जाता था। दिल्ली में लोगों को लगता था कि रायपुर एयरपोर्ट से बाहर नक्सली होंगे। लेकिन, पिछले दो साल में नक्सलियों की कोई चर्चा नहीं। नक्सलियों की बजाए अब छत्तीसगढ़ के किसानों के बारे में चर्चा होती है….गोधन न्याय योजना की चर्चा होती है। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए सीएम ने कहा कि अब सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और पर्यटन पर फोकस करेगी। इस सेक्टर में काम करने की काफी गुंजाइश है।
नक्सली हिंसा से संबंधित एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि गोली चलाना सरकार का काम नहीं। सरकार का काम समस्या का स्थायी समाधान ढंूढना होता है। हम इस दिशा में बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के दौरान लोगों में अविश्वास की खाई काफी चैड़ी हो गई थी। हमारी सरकार विश्वास पैदा करने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री से जब यह पूछा गया कि नक्सलियों से बातचीत करने की कोई प्लानिंग है क्या, उन्होंने दो टूक कहा…नक्सली भारत के संविधान पर विश्वास करें और हथियार रखें, तभी उनके कोई बात हो सकेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राम वन गमन पर कांग्रेस कोई राजनीति नहीं कर रही। राम के नाम पर भाजपा राजनीति करती है। हम छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, देश के किसान अपनी लड़ाई नहीं, वे आम उपभोक्ताओं की लड़ाई लड़ रहे हैं। केंद्र की अगर नई किसान नीति अगर लागू हो गई तो देश में व्यापक स्तर पर कालाबाजारी बढ़ जाएगी। जिसे संभालना मुश्किल जाएगा।

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