रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का नौंवा दिन रायपुरवासियों के लिए अच्छी खबर लेकर आया है। स्टेशन जाने के लिए उन्हें जल्द ही एक वैकल्पिक सड़क मिल सकती है।
मौदहापारा से गुरुद्वारा जाने वाले मार्ग पर नहरपारा के पास यह रोड संकरी हो कर बंद हो गई थी। रोड़ पर बने घरों को मुवाजा दे कर शिफ्ट करने का प्रयास किया जायेगा ।
इस मसले पर कांग्रेस के रायपुर उत्तर विधानसभा के विधायक कुलदीप जुनेजा ने सदन में प्रश्नकाल उठाया और पूछा – क्या यह सत्य है, मौदहापारा से गुरुद्वारा जाने वाले मार्ग पर नहरपारा के समीप मार्ग बाटल नेक हो गया है? यदि हाँ तो क्या इसे चौड़ा करने हेतु सर्वे उपरांत यहाँ बने भवनों को मुआवजा देकर हटाने का प्रस्ताव नगारीय प्रशासन विभाग में लंबित है? यदि हां, तो विभाग द्वारा कब तक तथा क्या कार्यवाही प्रस्तावित है ?
इस पर नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने जवाब दिया- जी हां व्यवस्थापन अथवा मुआवजा हेतु विभागीय बजट /निकाय के बजट में प्रावधान नहीं रहता है। नगर पालिका निगम रायपुर के द्वारा भूखण्ड/भवन स्वामियों को चर्चा हेतु आहूतकर भूखण्ड के बदले एफ.ए.आर. दिये जाने का प्रस्ताव दिया गया था। भूखंड/भवन स्वामियों के द्वारा इस हेतु सहमति पत्र नहीं दिया गया। इस मार्ग के अलावा मुख्य मार्ग सुगम यातायात हेतु उपलब्ध है, वर्तमान में भवनों का मुआवजा देकर हटाने का प्रस्ताव विचारण में नहीं लिया गया है। भू-स्वामियों द्वारा भूखण्ड की अथवा मुआवजा की मांग किये जाने के कारण मार्ग चौड़ीकरण हेतु प्रस्ताव विचारण में नहीं लिया जा सका है।
कुलदीप जुनेजा ने कहा कि इस मार्ग के चौड़ीकरण नहीं होने से लोगों को स्टेशन आने-जाने में तकलीफ हो रही है।
इस पर नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि यहां पर सड़क बनाने में ढाई करोड़ खर्च हो रहा हैं और मुआवजा लगभग 10.50 करोड़ रुपए बन रहा है। ऐसी स्थिति में मुआवजा देना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि चैड़ीकरण से 9 लोग प्रभावित हो रहे है।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि लोगों की तकलीफ को देखते हुए मुआवजा देकर सड़क चौड़ीकरण करना चाहिए।
इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने व्यवस्था दी कि बृजमोहन अग्रवाल और कुलदीप जुनेजा प्रभावित लोगों से चर्चा कर रास्ता निकाले।