कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन ने  शास्त्री बाजार को प्लास्टिक मुक्त अभियान का अवलोकन किया

रायपुर : कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन ने रायपुर के शास्त्री बाजार को प्लास्टिक मुक्त और सुव्यवस्थित करने की जा रही कार्रवाई का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वसहायता समूह की महिलाओं से मिलकर उनके काम की उन्होंने सराहना भी की। उन्होंने नागरिकों से प्लास्टिक विशेषकर प्रतिबंधित प्लास्टिक के स्थान पर इसके विकल्पों के उपयोग करने की अपील की  इस अवसर पर नगर निगम के आयुक्त श्री शिव अनंत तायल भी उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि प्रतिबंधित प्लास्टिक के विकल्प के रूप में कपड़ों के थैलों को प्रचलन में लाने के कार्य में स्व सहायता समूह की महिलाएं कपड़े के थैले बना रही है। इन महिलाओं को पुराने कपड़े सुलभ कराने के लिए “नो प्लास्टिक अभियान-हर घर का योगदान कार्यक्रम“ शुरू किया गया है। इसके अंतर्गत घर में रखे ऐसे अनुपयोगी कपड़े जिनसे कपड़े के थैले बनाए जा सकते है। नगर निगम इसके लिए हर घर से अनुपयोगी कपड़ा संकलित करेगा। नगर निगम का विशेष वाहन हर वार्ड में पहुंचेगा और जींस, साड़ियां, चादर, पर्दे, टेबल, क्लॉथ, टावेल जैसे पुराने कपड़े घरों से प्राप्त कर स्व सहायता समूह को उपलब्ध कराया जाएगा। स्कूलों के माध्यम से भी पुराने कपडे संग्रहित किये जा रहेे है। प्राप्त कपड़े सहायता समूहों को निशुल्क वितरित कर उनके द्वारा बनाए गए कपड़े के थैले जरूरतमंदों को उपलब्ध कराया जाएगा। नागरिकों से अपील की गई है कि इस अभियान में अपनी भूमिका के लिये एक कपड़े का दान अवश्य करें।

नगर निगम और रायपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत चलाये जा रहे इस अभियान में शास्त्री बाजार को सुव्यवस्थित, साफ व प्रतिबंधित प्लास्टिक से मुक्त करने व्यवसायी भी स्वयं आगे आए हैं। यहां के  व्यवसायियों का समूह ने नगर निगम कमिश्नर को पूर्ण सहयोग देने संकल्प किया है।

व्यापारियों के साथ पिछले दिनों हुए बैठक में प्लास्टिक के लगे तिरपालों को हटाने के साथ शास्त्री मार्केट में प्लास्टिक की थैली, कैरीबैग, कप, गिलास आदि को प्रतिबंधित किया गया है। ग्राहकों की सुविधा के लिए शहरी आजीविका मिशन के तहत स्व-सहायता समूह की महिलाएं कपड़े के थैले विक्रय केन्द्र का संचालन कर रही है, वहां उपलब्ध कपड़े के थैलों को प्लास्टिक के कैरीबैग के विकल्प के रुप में उपयोग करने व घर से थैला लेकर आने की सलाह भी दुकानदार दें।

दुकानदारों से यह भी कहा गया है कि सब्जी मार्केट से निकलने वाला गीला कचरा, फल सब्जियों के टुकड़े बाहर न फेंके बल्कि डस्टबिन रखकर इसे पृथक रखें। नगर निगम इस गीले अपशिष्टों को गौठान तक पहुंचाएगा, जिससे इसका उपयोग पशुओं के चारा के रूप में हो सकें।

तेलीबांधा तालाब को क्लीन स्ट्रीट फूड जोन बनाने के के लिए भी एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। अभियान के तहत राग फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नागरिकों, व्यापारियों, युवाओं और स्कूलों के विद्यार्थियों को प्लास्टिक के नुकसान के बारे में बताया जा रहा है।

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