छत्तीसगढ़: बच्चों में इंग्लिश की समझ विकसित करने के लिए विशेष पहल, 100 दिन 100 कहानियां

रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में स्कूली बच्चों में इंग्लिश की समझ (Comprehension Of English) विकसित करने के लिए एक विशेष अभियान की शुरुआत की गई है. जानकारी के मुताबिक, 100 दिन 100 कहानियां नाम से इस अभियान की शुरुआत हुई है. कहा जा रहा है कि प्रदेश के सभी मिडिल स्कूलों में इस अभियान के तहत विद्यार्थियों को कहानियां सुनाई जाएंगी. इसके लिए सेंट्रल ऑफ इंडियन लैंग्वेजस द्वारा तैयार पुस्तकें स्कूलों (Schools) में भेजी गई हैं. पुस्तकों में छोटी-छोटी कहानियां इंग्लिश में लिखी हुई हैं. साथ ही कहानियों का हिन्दी अनुवाद भी किया गया है. स्कूली बच्चे कहानियों को समझने के बाद गांव और मुहल्लों में भी सुनाएंगे. कार्यक्रम की मॉनिटरिंग के लिए हर जिले में नोडल अधिकारी नियुक्त किये गए हैं.

 

बता दें कि इस साल कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर मार्च में शुरू होने के बाद स्कूल एवं कॉलेज बंद कर दिये गये थे. ऐसे में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद स्कूल खुलने पर यह अभियान चलाया जा रहा है. पिछले हफ्ते ही 2 से अगस्त से छत्तीसगढ़ में दसवीं और 12 वीं कक्षा के लिये सरकारी एवं निजी स्कूल 50 फीसदी उपस्थिति के साथ दोबारा खुल गए हैं. इसके लिये शर्त यह थी कि संबंधित जिलों में कोविड संक्रमण (Covid Infection) दर पिछले सात दिन से एक प्रतिशत हो. हालांकि स्कूली छात्रों के अभिभावकों के राज्य स्तरीय निकाय ने इस कदम का विरोध किया था और कहा था कि सरकार को स्कूलों को दोबारा खोलने की अनुमति देने से पहले महामारी की संभावित तीसरी लहर (Third Wave) को देखते हुए कुछ और समय इंतजार करना चाहिए था.

कक्षा 1 से 8वीं तक स्कूलों को भी खोलने की अनुमति
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में हाल ही में हुई कैबिनेट की बैठक के दौरान स्कूलों को खोले जाने के बारे में निर्णय किया गया था. स्कूली शिक्षा विभाग ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि दो अगस्त से प्रदेश के सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों में दसवीं और 12 वीं कक्षा की ऑफलाइन कक्षायें शुरू होंगी.  साथ ही सरकार ने कुछ शर्तों के साथ कक्षा एक से पांच और कक्षा 8 के लिये स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति दी थी, लेकिन, छठी, सातवीं, नौवीं एवं 11 वीं कक्षा की प्रत्यक्ष कक्षायें तुरंत नहीं शुरू होंगी. सरकार ने कहा था कि छात्र एक दिन के अंतराल पर कक्षा में शामिल हो सकेंगे, लेकिन ऐसे छात्र जिन्हें कफ, सर्दी और बुखार की शिकायत होगी, उन्हें कक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं होगी

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