रायपुर। अब राज्य का स्वास्थ्य विभाग चिकित्सा सेवाओं के विस्तार की कवायद में जुटा है। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना को छोटे शहरों और कस्बों तक पहुंचाने की प्लानिंग पर काम हो रहा है। इसके तहत झुग्गी बस्तियों में ही कैंप लगाकर लोगों की मुफ्त जांच और इलाज होगा। यह कैंप सर्व सुविधायुक्त वाहनों के जरिए लगाया जाता है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने इस योजना के लिए 75 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी है। अब जिलेवार एजेंसी चुनकर इस योजना को अपने यहां लागू कराना है। विभाग की ओर से कहा गया है कि योजना के संचालन में अगर ज्यादा राशि खर्च होती है तो दूसरी योजनाओं की बचत से इसका संचालन किया जाए। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि राज्योत्सव के दिन कुछ नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में इसकी औपचारिक शुरुआत की जा सकती है। प्रदेश में इस योजना की शुरुआत नवंबर 2020 में राज्योत्सव के दिन ही हुई थी। अभी तक यह योजना राज्य के सभी 14 नगर निगमों में चलाई जा रही थी। इसमें 9 लाख से ज्यादा लोगों का इलाज किया जा चुका है।
60 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स से इलाज इस योजना के तहत इस समय 14 नगर निगम क्षेत्रों में 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट संचालित की जा रही हैं। इनमें रायपुर में 15, कोरबा में 8, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, रायगढ़, जगदलपुर, अम्बिकापुर में 4-4, भिलाई में 3 और रिसाली, भिलाई चरोदा, धमतरी, बिरगांव और चिरमिरी में 2-2 मोबाइल मेडिकल यूनिट तैनात हैं। सभी शहरों तक पहुंचेगी योजना योजना के दूसरे चरण में शेष 155 निकायों को भी इस योजना से जोड़ा जा रहा है। यहां भी 60 नए मोबाइल मेडिकल यूनिट संचालित करने की तैयारी है। जिसमें बलौदाबाजार- भाटापारा, रायगढ़ में 4-4 रायपुर, कबीरधाम, राजनांदगांव, बालोद, बिलासपुर और कोरिया में 3-3 यूनिट होगी। जांजगीर-चाम्पा में 6, बेमेतरा, दुर्ग, मुंगेली, बलरामपुर, सूरजपुर, जशपुर, कांकेर और दंतेवाड़ा में 2-2 यूनिट की तैयारी है। गरियाबंद, कोरबा, गौरेला-पेण्ड्रा – मरवाही, सरगुजा, नारायणपुर, कोंडागांव, सुकमा और बीजापुर में इनकी संख्या 1-1 होगी।