पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस से इन मुद्दों पर की चर्चा- दिया भारत आने का न्योता, पढ़ें पूरी डिटेल

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आज वेटिकन सिटी (Vatican City) पहुंचकर कैथोलिक क्रिश्चियन्स (Catholic Christians) के सबसे बड़े धर्म-गुरु पोप फ्रांसिस (Pope Francis) और सेक्रेट्री ऑफ स्टेट कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन से मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बातचीत के बाद धर्म-गुरु पोप फ्रांसिस को भारत (India) आने का न्योता दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पोप के बीच जलवायु परिवर्तन (climate change), गरीबी हटाने और दुनिया (World) को बेहतर बनाने को लेकर चर्चा हुई। दोनों के बीच लगभग 60 मिनट बातचीत हुई, जबकि मीटिंग का समय लगभग 30 मिनट तय किया गया था। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी और पोप (PM Modi and Pope) की मुलाकात ऑफिशियल शेड्यूल का हिस्सा नहीं थी। खबरों के मुताबिक, पीएम मोदी (PM Modi) फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (French President Emmanuel Macron) समेत तीन राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात करेंगे।

आपको जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच होने वाली मुलाकात बहुत अहम मानी जा रही है। दोनों के बीच सितंबर के महीने में फोन पर ‘आकस’ (AUKUS) के मसले पर भी चर्चा हुई थी। यूएसए, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के बीच सबमरीन डील को लेकर काफी तनातनी हुई थी, इसका असर सीधे तौर पर कहीं न कहीं आकस’ पर होता दिख रह था। हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच बातचीत हो चुकी है और मामला ठंडा होता भी दिख रहा है। ऐसा बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयास करेंगे कि तिसी भी तरह आकस देशों के बीच मतभेद ना हों। यदि ऐसा होता है कि भारत का पड़ोसी देश और दुश्मन चीन हिंद और प्रशांत महासागर में इसका फायदा उठा सकता है। पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों की मुलाकात में आपसी संबंधों पर विस्तार से बातचीत होना लगभग तय है। ये नेता समिट में होंगे वर्चुअली शामिल मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 16वें जी20 शिखर सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति पुतिन वर्चुअली शामिल हो रहे हैं। इस बात की कोई संभावना नहीं है कि इस विश्व मंच पर दोनों देशों के नेताओं से पीएम की बातचीत होगी। भारत और रूस के बीच दोस्ताना रिश्ते हैं। इतना ही नहीं दोनों देशों के बीच मजबूत रक्षा सहयोग भी है। लेकिन, पड़ोंसी देश चीन को लेकर न सिर्फ दुनिया फिक्रमंद है, बल्कि भारत को खास तौर पर इससे खतरा है।

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