रायपुर. छत्तीसगढ़ में होने वाले निकाय चुनाव (Chhattisgarh urban body elections 2021) को सत्ता का सेमीफाइनल माना जा रहा है. प्रदेश के 10 जिलों के 15 नगरीय निकायों में चुनाव होने वाले हैं लेकिन सभी की निगाहें इस वक्त प्रदेश के वीआईपी जिले दुर्ग (VIP District Durg) पर हैं. दरअसल, प्रदेश में सबसे ज्यादा मंत्री इसी जिले से हैं और इस चुनाव में उनकी भी साख दांव पर है. बता दें कि छत्तीसगढ़ में निकाय चुनावों की घोषणा हो चुकी है. प्रदेश के चार नगर निगम, पांच नगर पालिका और छह नगर पंचायतों के लिए वोटिंग 20 दिसंबर को होगी. प्रदेश के जिन चार नगर निगमों में चुनाव होने हैं उनमें से तीन भिलाई, भिलाई-चरोदा और रिसाली दुर्ग जिले के हैं. इसके अलावा दुर्ग के ही जामुल नगर पालिका शामिल हैं.
गौरतलब है कि दुर्ग जिले की पाटन विधानसभा प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) की विधानसभा वाला क्षेत्र है. इसके अलावा दुर्ग संभाग से ही गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे और मंत्री रूद्र गुरु आते हैं. इतना ही नही दुर्ग संभाग का दायरा भी इतना बड़ा है कि मंत्री मोहम्मद अकबर और अनिला भेड़िया भी इसी संभाग से हैं. ऐसे में प्रदेश के 6 मंत्री वाले संभाग में चार बड़े निगर निगम में चुनाव हो रहे हैं और इस चुनाव में इन दिग्गजों की साख दांव पर है.
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी का ये दावा है कि राज्य सरकार की योजनाओं की वजह से कांग्रेस को यहां क्लीन स्विप मिलने वाली है, साथ ही उन्होंने पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को प्रभारी बनाये जाने पर तंज कसा है.
विकास तिवारी के मुताबिक, उनके विधानसभा क्षेत्र में 19 वार्डों में से केवल 4 वार्डों में ही बीजेपी के पार्षद है. वे अपने ही विधानसभा क्षेत्र में पार्षदों को चुनाव नहीं जीता सके और उन्हें प्रभारी बनाया गया है. दूसरी ओर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि कांग्रेस के तीन साल के कार्यकाल से जनता त्रस्त हो चुकी है और लोगों का आकर्षण खत्म हो चुका है. लगातार कांग्रेस छोड़कर लोग बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. ऐसे में निकाय चुनाव में जनता बीजेपी को जीत दिलाएगी .
मालूम हो कि इस चुनाव को सत्ता का सेमीफाइनल इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि दस जिलों में चुनाव होने से वहां जनता का रूझान पता चलेगा और 2023 के लिए रणनीति भी इस चुनाव के जीत-हार पर ही टिकी हुई है.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) नगरीय निकाय चुनाव के लिए 20 दिसंबर को वोटिंग और 23 दिसंबर को मतगणना होगी. इस साल भी निकाय चुनाव बैलेट पेपर से ही होंगे.