कमलेश तिवारी की हत्या में बड़ा खुलासा हुआ है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, कमलेश तिवारी पर 15 बार चाकुओं से हमला किया गया था और एक गोली मारी गई थी. खास बात है कि चाकुओं के सभी 15 वार सिर्फ जबड़े से लेकर छाती के बीच में 10 सेंटीमीटर के भीतर किया गया है.
कमलेश तिवारी के सीने और जबड़े पर चाकुओं से वार किया गया और फिर गला रेत दिया गया. इसके बाद चेहरे पर एक गोली भी मारी गई. सिर के पीछे हिस्से में 32 बोर की गोली फंसी मिली है. यानी कमलेश तिवारी की बड़ी बेरहमी से हत्या की गई थी.
कमलेश तिवारी की हत्या मामले में गुजरात आतंकवाद-रोधी दस्ता (एटीएस) ने मंगलवार को दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ्तारी उस वक्त हुई है जब आरोपी राजस्थान से गुजरात जा रहे थे.
गुजरात पुलिस के मुताबिक एटीएस ने जिन दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान अशफाक हुसैन जाकिर हुसैन शेख (34) और मोइनुद्दीन खुर्शीद पठान (27) के रूप में की गई है. दोनों गुजरात-राजस्थान सीमा स्थित सूरत के शामलजी के रहने वाले हैं.
एटीएस ने कहा कि दोनों उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से नेपाल पहुंचे और वहां से राजस्थान होते हुए गुजरात में जा रहे थे. एटीएस अधिकारियों के मुताबिक शेख मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के रूप में काम करता है , जबकि पठान फूड डिलिवरी ब्यॉय का काम करता है.
हत्या की वजह के बारे में एटीएस ने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपियों ने अखिलेश तिवारी के आपत्तिजनक बयान से बौखलाकर हत्या को अंजाम दिया है . डीआईजी हिमांशु शुक्ला के नेतृत्व वाली गुजरात एटीएस टीम ने कहा कि दोनों को परिवार के सदस्यों से पूछताछ और तकनीकी व फिजिकल सर्विलांस के आधार पर पकड़ा गया.
कमलेश तिवारी हत्याकांड में पुलिस ने दोनों आरोपियों अशफाक और मोइनुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया है. सरकार की कार्रवाई पर कमलेश तिवारी की मां कुसुम ने खुशी जाहिर की है. कुसुम तिवारी ने कहा कि हम आरोपियों की गिरफ्तारी से बहुत खुश हैं. सभी को फांसी दे दी जानी चाहिए. मैं सरकार की कार्रवाई से संतुष्ट हूं.