नई दिल्ली. हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम (Haryana Assembly Election Results 2019) सामने आने के बाद अब इसके नतीजों पर मंथन शुरू हो गया है. इस बार हरियाणा (Haryana) में त्रिशंकु विधानसभा (Hung Assembly) बना है. किसी भी पार्टी ने पूर्ण बहुमत हासिल नहीं की है. इसके बावजूद बीजेपी (BJP) ने ऐलान किया है कि वह सरकार (Government formation) बनाएगी. बीजेपी नेताओं का कहना है कि सरकार बनाने के लिए उनके पास जादुई आंकड़े को हासिल कर लिया है. इसके साथ ही अब यह तय हो गया है कि हरियाणा में एक बार फिर से मनहोर लाल खट्टर के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है. लेकिन, हरियाणा की सियासत में इस बार महिलाओं की भागीदारी में कमी आई है. सिर्फ 8 महिलाएं ही चुनाव जीत कर आई हैं.
सिर्फ 8 महिलाएं ही जीत कर आई हैं
हरियाणा में चुनाव परिणाम आने के बाद शुक्रवार को जिस तरह से राजनीतिक माहौल बने हैं उसके हिसाब से एक बार फिर से मनोहर लाल खट्टर ही सीएम बनते नजर आ रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि इस बार मनोहर लाल खट्टर मंत्रिमंडल में कितनी महिलाओं को जगह मिलेगी. मनोहर लाल खट्टर के पिछले मंत्रिमंडल में सिर्फ एक महिला कविता जैन को मंत्री पद दिया गया था. लेकिन, इस बार बीजेपी में कम महिलाएं जीत कर आई हैं.
2014 के विधानसभा चुनाव में हरियाणा विधानसभा में कुल 13 महिलाएं जीत कर आईं थी, जबकि इस बार सिर्फ 8 महिलाएं ही जीत पाई. सबसे ज्यादा 5 महिलाएं कांग्रेस पार्टी की टिकट पर जीती हैं. बीजेपी से 2 और जननायक जनता पार्टी से सिर्फ 1 महिला विधायक ही चुन कर आई हैं.
पीएम मोदी अपनी सभाओं में भी महिलाओं का मुद्दा उठाते थे
इस चुनाव को करीब से देखने वाले वरिष्ठ पत्रकार संजीव पांडेय न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहते हैं, ‘विधानसभा के चुनाव प्रचार में भी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का मुद्दा जोर-शोर से उठा था. पीएम मोदी की थानेसर के एक चुनावी रैली में भी ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ पर सवाल उठाते हुए एक आदमी ने नारे भी लगाए थे. पीएम मोदी ने अपनी कई सभाओं में इस मुद्दे को उठाया था और बोला था कि हरियाणा के गांव अगर आगे ना आते, तो बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ का आंदोलन इतना व्यापक और इतना प्रभावी न हुआ होता. पीएम मोदी ने एक चुनावी सभा में कहा था कि हरियाणा का हर व्यक्ति बोलता है ‘म्हारी छोरी के छोरो से कम हैं. ये दीवाली हमारी बेटियों के नाम होनी चाहिए. जो बेटियां लक्ष्मी बनकर हमारे परिवार, हमारे समाज, हमारे देश को गौरव दे रही हैं, उनकी उपलब्धियों का पूजन जरूर होना चाहिए.’
पीएम मोदी लगातार कहते रहे हैं कि देश को अगर आगे बढ़ना है तो महिलाओं की भागीदारी बढ़नी चाहिए. लेकिन, हरियाणा में जिस तरह के परिणाम आए हैं उससे लगता नहीं है कि यह लोग गंभीरता से ले रहे हैं. इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी 12 महिलाओं, आईएनएलडी ने 15 और जेजेपी ने 7 महिलाओं को टिकट दिया था, लेकिन जीत सिर्फ 8 महिलाओं की ही हुई.