जांजगीर-चाम्पा, गोठान दिवस गोवर्धन पूजा के दिन एक ओर प्रदेश भर में गोधन की पूजा हुई, वहीं नगर पंचायत खरौद में संचालित निजी गोठान में 8 मवेशियों की मौत हो गई। इस गोठान का संचालन नगर पंचायत अध्यक्ष के जेठ द्वारा शासकीय जमीन पर किया जा रहा है। पखवाड़े भर पहले भी लगभग दो दर्जन मवेशियों की मौत हुई थी। मृत मवेशियों को जेसीबी से गड्ढा खोदकर पास में ही दफन किया गया है।गोवर्धन पूजा के दिन राज्य सरकार ने गोठान दिवस मनाया। जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने गोठान में जाकर पूजा अर्चना की व मवेशियों को भोजन कराया। दूसरी ओर नगर पंचायत खरौद में 8 मवेशियों की मौत हो गई। मौत का कारण अज्ञात है, लेकिन स्वच्छ वातावरण के अभाव व पर्याप्त चारा पानी के अभाव में मौत की बात नगरवासी कह रहे हैं। नगरीय निकायों में अभी गोठान का निर्माण नहीं हुआ है।
ऐसे में खरौद में नगर पंचायत अध्यक्ष के जेठ द्वारा गोठान का संचालन मुक्तिधाम के पास किया जा रहा है। इससे बेसहारा मवेशियों को ठिकाना तो मिला है मगर उनकी पर्याप्त देखभाल नहीं हो पा रही है। किसानों के खेतों में जाने से मवेशियों को रोका जरूर गया है मगर मवेशियों के स्वास्थ्य व सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था यहां नहीं है। घेरे के अंदर लगभग आधा पᆬीट की मोटाई तक गोबर व कीचड़ जमा है। ऐसे में ही मवेशियों को रात में भी रखा जा रहा था। नगरवासी बताते हैं कि इस गोठान का संचालन मवेशियों के प्रति सेवाभावना को लेकर कम और राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते ज्यादा किया जा रहा है। इसके कारण मवेशियों के देखभाल के प्रति ज्यादा गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। पखवाड़े भर पहले यहां के गोठान में लगभग दो दर्जन मवेशियों की मौत हुई थी। मृत मवेशियों को पास में ही जेसीबी से गड्ढा खोदकर दपᆬन कर दिया गया। नगरवासी मवेशियों के खेतों में जाने से रूकने के कारण कुछ नहीं बोलते और इस प्राइवेट गोठान में मवेशी नारकीय जीवन व्यतीत कर रहे
हैं।
नगर में नहीं रहती अध्यक्ष
यह भी एक अजीबो गरीब वाकया है कि जिसे लोगों ने वोट देकर अपने नगर का रहनुमा चुना है वही नगर पंचायत अध्यक्ष नगर में नहीं रहती। ज्यादातर दिन शिवरीनारायण में निवास करती है। ऐसे में उन्हें नगर की समस्याओं की जानकारी भी नहीं होती। बैठकों में केवल खानापूर्ति के लिए उपस्थिति होती है। नगरवासियों को पेयजल संकट, गंदगी, जर्जर सड़क आदि की समस्या से निजात दिलाने कोई गंभीर नहीं है।
दो मवेशी मरणासन्न
इस गोठान में आज भी दो मवेशियों की स्थिति गंभीर है। मंगलवार को पशु विभाग की टीम खरौद गोठान पहुंची और मवेशियों का उपचार किया गया। उन्होंने बताया कि दोनों मवेशियों की स्थिति गंभीर है।