मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर भाजपा और शिवसेना की पटरी बैठती नजर नहीं आ रही है। दोनों ही दल सीएम की कुर्सी को लेकर अड़े हुए हैं। शिवसेना ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि सूबे में सीएम शिवसेना का ही होगा। इतना ही नहीं शिवसेना ने कहा है कि वजह सीएम पोस्ट के साथ दो तिहाई बहुमत जुटाने में भी सक्षम है। शिवसेना के वरिष्ठ नेता और पार्टी प्रवक्ता संजय राउत का शुक्रवार को एक और बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि ‘चाहो तो लिखकर ले लो कि राज्य में मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा। अगर उद्धव ठाकरे ने कहा है तो सीएम शिवसेना का ही होगा।’ शिवसेना की ओर से आए इस बयान के बाद एक बार फिर सूबे की सियासत गरमा गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संजय राउत ने यह भी दावा किया कि शिवसेना महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए दो तिहाई बहुमत हासिल कर सकती है। साथ ही राउत ने कहा कि ‘जिन लोगों के पास बहुमत नहीं है उन्हें सरकार बनाने की हिम्मत नहीं दिखाना चाहिए। राज्य में सरकार बनाने की कवायद गठबंधन द्वारा पूर्व में तय किए गए समझौते के हिसाब से ही की जाना चाहिए।’
बता दें कि शिवसेना का कहना है कि चुनाव पूर्व भाजपा और शिवसेना में तय हुआ था कि सीएम की कुर्सी रोटेशनल होगी। ढाई साल तक शिवसेना का और ढाई साल तक भाजपा का सीएम रहेगा। इस समझौते पर भाजपा के सीएम देवेंद्र फडणवीस और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सहमत हुए थे। राउत ने जोड़ा कि महाराष्ट्र की जनता भी शिवसेना का सीएम चाहती है। भाजपा द्वारा मंत्रिमंडल में शिवसेना के ज्यादा कैबिनेट मंत्रियों को जगह देने के प्रस्ताव को लेकर राउत ने कहा कि हमारे नेता और कार्यकर्ता बिकाऊ नहीं है।
शिवसेना और भाजपा में से कोई भी पार्टी फिलहाल सीएम की कुर्सी को लेकर झुकने को तैयार होती नजर नहीं आ रही है।