संजय राउत की भाजपा को चुनौती, नंबर है तो बनाए सरकार

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम के 13 दिन बाद भी राज्य में नई सरकार के गठन को लेकर असमंजस बरकरार है। भाजपा और शिवसेना में जहां सीएम पद को लेकर पेंच फंसा है, वहीं कांग्रेस-एनसीपी सावधानीपूर्वक आगे बढ़ रही है। गुरुवार का दिन सियासी हलचल भरा रहा। एक तरफ जहां भाजपा ने राज्यपाल से मुलाकात की, वहीं शिवसेना ने भाजपा को सरकार बनाने की चुनौती दी।

केंद्रीय मंत्रियों संग नड्डा की बैठक 

महाराष्ट्र सदन में भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, गिरिराज सिंह और संतोष गंगवार की हुई बैठक।

राज्यपाल से मिलने पहुंचे एडवोकेट जनरल

महाराष्ट्र के एडवोकेट जनरल आशुतोष कुंभकोनी राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने राजभवन पहुंचे। बता दें कि महाराषट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को खत्म हो रहा है।

भाजपा को सरकार बनाने की चुनौती

शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा- अगर भाजपा के पास नंबर हैं तो वह सरकार बनाए। अगर आपके पास नंबर नहीं हैं तो इसे स्वीकार कीजिए। संविधान इस देश के नागरिकों के लिए हैं, उनकी (भाजपा) निजी जागीर नहीं है। हमें संविधान के बारे में अच्छी तरह से पता है। महाराष््ट्र का सीएण हम बनाएंगे।

राज्यपाल से मिले भाजपा नेता
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से महाराष्ट्र भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। मुलाकात के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि जनता ने भाजपा-शिवसेना ‘महायुति’ को बहुमत दिया है। सरकार बनाने में देरी हो रही है, अब तक सरकार बन जानी चाहिए थी। हम राज्य में कानूनी विकल्पों और राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए राज्यपाल से मिले। हम आलाकमान से चर्चा कर आगे की रणनीति तय करेंगे।

शिवसेना की बैठक में विधायकों ने उद्धव पर छोड़ा फैसला
शिवसेना के नवनिर्वाचित विधायकों की मातोश्री (शिवसेना मुख्यालय) में हो रही बैठक खत्म हो गई है। सूत्रों के अनुसार, विधायकों ने उद्धव ठाकरे पर फैसला छोड़ दिया है। बैठक के बाद शिवसेना विधायक गुलाबराव पाटिल ने कहा कि हम अगले दो दिनों के लिए होटल में रुकेंगे। हम वही करेंगे जो उद्धव ठाकरे करने के लिए कहेंगे। शिवसेना अपने विधायकों को रंगशारदा होटल लेकर जा रही है। उसे आशंका है कि विधायकों को तोड़ा जा सकता है।

शिवसेना से बातचीत जारी, फडणवीस ही होंगे मुख्यमंत्री: गडकरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार गठन को लेकर शिवसेना से बातचीत चल रही है। देवेंद्र फडणवीस ही महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के ज्यादा विधायक होते हैं मुख्यमंत्री उसी का होता है। भाजपा के पास राज्य में 105 विधायक हैं। इसलिए यह साफ है कि मुख्यमंत्री भाजपा का ही होगा।

गडकरी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ का महाराष्ट्र सरकार गठन से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने खुद के महाराष्ट्र की राजनीति में वापसी को लेकर चल रहे खबरों पर कहा कि वह केंद्र में ही बने रहेंगे। महाराष्ट्र वापस जाने का कोई सवाल ही नहीं है।

महाराष्ट्र में भाजपा अल्पमत सरकार बनाने के खिलाफ: मुनगंटीवार
महाराष्ट्र के वित्त मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में अल्पमत सरकार बनाने के पक्ष में नहीं है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के साथ भाजपा प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात से पहले संवाददाताओं से मुनगंटीवार ने कहा कि किसी भी दल को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व एवं स्वीकार्यता को लेकर कोई संदेह नहीं होना चाहिए।

राज्य में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 14 दिन बाद भी सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच उन्होंने कहा कि भाजपा महाराष्ट्र में अल्पमत सरकार बनाने के खिलाफ है। मुनगंटीवार ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल की अगुवाई में भाजपा प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मुलाकात करने जा रहा है और नौ नवंबर को मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने के बाद भाजपा के रुख के बारे में उन्हें सूचित करेगा।

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा: संजय राउत
शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बीच अबतक कोई बातचीत नहीं हुई है। राउत ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना विधायकों के साथ बैठक से पूर्व संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी और विपक्षी कांग्रेस एवं एनसीपी के विधायक पाला नहीं बदलेंगे।

एनसीपी चाहती है शिवसेना अपने केंद्रीय मंत्री का पहले दिलवाए इस्तीफा

एनसीपी सूत्रों का कहना है कि पार्टी चाहती है कि शिवसेना के साथ किसी भी तरह के समझौते से पहले उद्धव ठाकरे केंद्र सरकार में अपने इकलौते मंत्री अरविंद सावंत का पहले इस्तीफा दिलवाएं। इससे पहले पार्टी ने मंगलवार को साफ कहा था कि राज्य में उसी स्थिति में कोई वैकल्पिक गठबंधन बन सकता है जब शिवसेना पहले भाजपा से अपना गठजोड़ तोड़ने का एलान करे।

शिवसेना के पास भाजपा के साथ सरकार बनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं : आठवले
आरपीआई (आर) प्रमुख रामदास आठवले ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने के अलावा शिवसेना के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है। आखिर शिवसेना 56 विधायकों के साथ कैसे सरकार बनाएगी। यदि शिवसेना हमारे साथ नहीं आती है तो तब फडणवीस को राज्य में सरकार बनाने का खुद दावा पेश करना चाहिए।

राज्यपाल की सिफारिश के बिना नहीं लगेगा राष्ट्रपति शासन : सुभाष कश्यप
संविधान विशेषज्ञ सुभाश कश्यप का कहना है कि नौ नवंबर तक नई सरकार न बनने पर राष्ट्रपति शासन लगे जरूरी नहीं। जब तक राज्यपाल को राष्ट्रपति शासन की जरूरत महसूस न हो, यह नहीं लग सकता।

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