Ayodhya Verdict 2019 Supreme Court Live: अयोध्या केस को लेकर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली बेंच ने फैसला सुनाने की शुरुआत कर दी है। सुप्रीम कोर्ट के कोर्ट नंबर 1 से यह फैसला सुनाया जा रहा है। अमूमन सर्वोच्च अदालत में शनिवार को अवकाश रहता है, लेकिन इस केस का फैसला सुनाने ले लिए यह विशेष कोर्ट लगी है। फैसला सुनाने वाली संवैधानिक पीठ में शामिल हैं- चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस यूयू ललित और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़। फिलहाल बारी-बारी से अपना फैसला पढ़ना शुरू किया जा चुका है। सबसे पहले चीफ जस्टिस रंजन गोगोई कोर्ट में मौजूद लोगों को बताएंगे कि फैसला किस तरह पढ़ा जाएगा? साथ ही यह भी कि फैसला सर्वसम्मति से आएगा या बहुमत से। संभव है कि सभी जज अपना-अपना फैसला पढ़ें। हर किसी के पास कई 100 पेजों का फैसला होगा, लेकिन उसका ऑपरेटिव पार्ट ही पढ़ा जाएगा। ऐसा हुआ तो हर जज को 30 से 40 मिनट लगेंगे। पढ़िए सुप्रीम कोर्ट से जुड़ी हर अपडेट –
चीफ जस्टिस ने कहा कि 22-23 दिसंबर को 2 मूर्तियां रखी गई थी। मस्जिद 1528 में बनी इससे फर्क नहीं पड़ता है। अयोध्या की जमीन नजूल की जमीन है।
– अयोध्या मामले के सबसे बड़े फैसले में पांच जजों की बेंंच का फैसला एकमत से आया है। चीफ जस्टिस ने जजमेंट पढ़ना शुरू कर दिया है। इसे पूरा पढ़ने में आधा घंटा लगेगा।
– फैसला सुनाने से पहले सभी जज सीजेआई के कोर्ट रूम में बैठेंगे। तब वहां पांचों जज और केस से जुड़े वकील ही रहेंगे। सुप्रीम कोर्ट के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। सभी जजों की सुरक्षा देर रात को ही बढ़ा दी गई थी। चीफ जस्टिस को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।