रायपुर। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर राजनीतिक दलों के बीच उठापटक जारी है। सबसे ज्यादा सीट पाने वाली भाजपा अब अकेले सरकार बनाने से पीछे हट गई है। ऐसे में न केवल शिवसेना और एनसीपी के बीच गठबंधन की संभावना बढ़ गई है, बल्कि कांग्रेस के बाहर से समर्थन देने की अटकलें भी और तेज हो गई हैं। कांग्रेस की आगे की रणनीति तय करने में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी जयपुर जाने के लिए कहा गया है। इस कारण बघेल रविवार शाम को दिल्ली रवाना हुए। सोमवार को वे दिल्ली से जयपुर जाएंगे, जहां महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायक मौजूद हैं।
मुख्यमंत्री बघेल रविवार रात दिल्ली पहुंचे। उन्होंने पार्टी के आला-नेताओं से मुलाकात की। सोमवार को दोपहर तीन बजे पार्टी के आला-नेताओं से दिशा-निर्देश लेने के बाद बघेल जयपुर जाएंगे। जयपुर में महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायकों को ठहराया गया है, क्योंकि पार्टी को इस बात की आशंका है, उनकी खरीद-फरोख्त की कोशिश हो सकती है।
शाम चार बजे जयपुर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री बघेल राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायकों से मिलेंगे। गहलोत सरकार गाय से जुड़ी योजना पर जो काम कर रही है, उस पर भी बघेल चर्चा करेंगे। इसके पहले 27 सितंबर को गहलोत रायपुर जिले के अभनपुर ब्लॉक के गांव वनचरौदा आए थे।
उन्होंने नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी योजना की जानकारी ली थी और वनचरौदा का गोठान भी देखा था। महाराष्ट्र के विधायकों के साथ गहलोत और बघेल वहां की संभावित सरकार और कांग्रेस की भूमिका पर चर्चा करेंगे। रात नौ बजे बघेल जयपुर से विमान से रवाना होंगे और 10.50 बजे रायपुर पहुंच जाएंगे।
भूपेश की भाजपा सांसदों से पीएम मोदी से मिलने की अपील
दिल्ली जाने से पहले रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ का धान केंद्र सरकार केंद्रीय पूल में ले, यह प्रदेश के किसानों और अर्थव्यवस्था के लिए बहुत जरूरी है। इस विषय पर समर्थन जुटाने के लिए मैंने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, जिसमें भाजपा के सांसद नहीं पहुंचे। मुख्यमंत्री बोले- भाजपा के सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलें और उनसे छत्तीसगढ़ का धान केंद्रीय पूल में लेने की अपील करें।