जनपद सीईओ द्वारा राशि दिलाने की लिखित आश्वाशन पर माने ग्रामीण
जांजगीर चाम्पा-हसौद। स्वच्छ भारत मिशन योजना अन्तर्गत स्वयं के खर्च से शौचालय निर्माण कराने वाले ग्राम पंचायत हसौद की हितग्राहियों की राशि को सरपंच – सचिव द्वारा आहरण कर गबन करने का मामला सामने आया है। जैजैपुर जनपद पँचायत अन्तर्गत ग्राम पँचायत हसौद के हितग्राहियों को 2 साल बीत जाने के बाद भी प्रोत्शाहन की राशि नही मिली पाई थी। हितग्राहियों ने सरपंच सचिव को राशि लौटाने का गुहार भी लगाये बावजूद भी राशि नही मिली। केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत 12000 रुपए की राशि शौचालय निर्माण के तहत प्रोत्शाहन राशि मिलती है । ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच-सचिव ने आपसी मिलीभगत करके शौचालय निर्माण राशि लग -भग 16.80 लाख रुपये को गबन कर अपनी जेब में भर लिए है
विदित है कि 4 नवंबर को ग्राम पँचायत भवन में ग्राम सभा की बैठक हुई थी जिसमें ग्रामवासियों ने सरपंच-सचिव को शौचालय राशि हितग्राहियों को लौटाने की बात कही थी जिसके जवाब में सचिव ने 15 दिवस का समय माँगा था , लेकिन समय पर भुगतान नही करने के वजह से माँ महामाया ग्राम सेवा समिति हसौद व समस्त ग्रामवासी हसौद के संयुक्त तात्त्वाधान में उपतहसील परिसर के बाहर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर बैठ गए जिसे देखते हुए जैजैपुर जनपद मुख्य कार्यपालन अधिकारी व नायब तहसीलदार मौके पर पहुँचे जिसे देखकर ग्रामीणों ने अपनी आपबीती सुनाई और 26/11/19 तक निष्पक्ष जाँच कर उक्त मामले को संज्ञान लेते हुए कार्यवाही कर शौचालय राशि हितग्राहियों को देने की अपील की और साथ में यह चेतावनी भी दी कि यदि समय पर समस्या का समाधान नही होता तो हसौद ग्राम के लोगों द्वारा चक्काजाम कर उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसके जवाब जनपद सीईओ ने उक्त समय पर कार्यवाही कर शौचालय राशि लौटाने की लिखित रुप में आश्वासन दिया तब जाकर ग्रामवासियों ने धरना प्रदर्शन समाप्त किया।