दो चोटी बांधकर स्कूल नहीं आने पर संचालिका ने 15 छात्राओं की चोटी काटी, मचा हंगामा

अहमदाबाद। Rajkot News : गुजरात के राजकोट से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। एक स्‍कूल संचालिका को लड़कियों का दो चोटी बांधकर ना आना इस कदर नागवार गुजरा कि उसने गुस्‍से में आकर 15 लड़कियों की चोटी काट दी। ये लड़कियां सिंगल चोटी बांधकर आईं थीं। जब इनके घर वालों को पता चला तो वे आग बबूला हो उठे। स्‍कूल के बाहर जबर्दस्‍त हंगामा हुआ। इसके पहले कि बात और बढ़ती, स्‍कूल संचालिका ने माफी मांगने में ही भलाई समझी। हालांकि शिक्षा विभाग और स्‍कूल प्रशासन तो इस घटना की जांच के आदेश दे ही चुका है।

गुजरात के राजकोट के एक सरकारी स्कूल में कक्षा-6 की छात्राओं द्वारा दो चोटी बनाकर स्कूल नहीं आने से गुस्साई स्कूल संचालिका ने 15 छात्राओं की चोटी काट दी। जिसके बाद अभिभावकों ने स्कूल में हंगामा मचा दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्कूल संचालिका को मांफी मांगना पड़ा। उधर प्राथमिक शिक्षा समिति ने स्कूल की प्रिंसिपाल हेतल बेन पारीया के खिलाफ जांच के आदेश दिये हैंं।

यह है पूरा घटनाक्रम

राजकोट के कोठारीया क्षेत्र में महानगरपालिका संचालित प्राथमिक शाला-1 का यह मामला है। छात्राओं का आरोप है कि स्कूल में दो चोटी बनाकर आने का नियम है। मंगलवार को दो चोटी नहीं बनाकर आने पर स्कूल की संचालिका हेतलबेन पारीया ने उनकी चोटी काट दी। एक अभिभावक ने बताया कि उसकी बेटी ने घर आकर इसकी जानकारी दी। उनकी बेटी ने बताया कि स्कूल में दो चोटी नहीं बनाकर आने पर उसके साथ पढ़ने वाली 15 छात्राओं की चोटी काटी गई है।

गुस्‍साए अभिभावकों ने किया प्रदर्शन, संचालिका ने लिखित में मांगी माफी

इसके बाद सुबह भारी संख्या में लोगों के साथ छात्राओं के अभिभावक स्कूल के बाहर पहुंच गये और प्रदर्शन करने लगे। अभिभावकों द्वारा संचालिका से लिखित में मांफी मांगने की मांग की गई। उधर मामले को तूल पकड़ता देख स्कूल संचालिका को मांफी मांगनी पड़ी। उन्होंने अभिभावकों से लिखित में माफी मांगी। जिसके बाद मामला शांत हुआ है। हालांकि शिक्षा विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिये हैंं।

शिक्षा जगत को खराब करने वाली घटना

शिक्षा समिति के चेयरमेन नरेन्द्र सिंह ठाकोर ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है। इस प्रकार की घटना से शिक्षा जगत को नुकसान पहुंचता है। उच्च अधिकारियों को जांच के आदेश दिए गए हैं। स्कूल संचालिका के पास चार्ज लेना है या नहीं इस बारे में जांच के बाद ही निर्णय लिया जायेगा।

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